MBA in Graphic Design: एक रचनात्मक करियर की नई दिशा
आज का समय पहले की तरह नही है में ऐसा इसलिए बोल रहा हूँ, क्योकि आज के समय में सभी लोगो को और सभी जगह क्रिएटिविटी चाहिए | अब जब हर जगह क्रिएटिविटी चाहिए तो डिजाईन इंडस्ट्री का बढ़ना तो तय है| इसी बढ़ते और बदलते युग में ग्राफ़िक डिजाईन एक बड़ा नाम हो गया है, पहले ग्राफ़िक डिजाईन को एक आर्ट और डिजाईन के रूप में देखा जाता जाता था, लेकिन अब ऐसा नही है अब डिजाईन को व्यापारिक तरीको के लिए देखा जाता है | इसी बदलते समय में लोग ग्राफ़िक डिजाईन में बिज़नेस मैनेजमेंट डिग्री करने की सोच रहे है | इस ब्लॉग आर्टिकल में हम देखने वाले है की आप ग्राफ़िक डिजाईन में MBA कैसे कर सकते है और इसके क्या फायदे है|
ग्राफ़िक डिजाईन और मैनेजमेंट (MBA)
MBA यानी मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन एक ऐसा डिग्री प्रोग्राम है, जो स्टूडेंट्स को business करना सिखाता है यानि की किसी business को करने में कितना पैसा लगेगा, उस business को कैसे मैनेज किया जायेगा या फिर उस business की मार्केटिंग कैसे कर सकते है | इस प्रोग्राम में business कैसे किया जाता है ये सिखाया जाता है वही अगर हम बात करे ग्राफ़िक डिजाईन की तो ये एक क्रिएटिव और विजुअल फिल्ड है जिसके अन्दर अपने विचारो और संदेशो को विजुअल में बना कर एक ब्रांड की और से दिखाया जाता है, हालाँकि ये दोनों ही एक दूसरे से अलग है लेकिन अब कुछ कॉलेज और यूनिवर्सिटी द्वारा इन दोनों को एक साथ करके MBA in Graphic Design प्रोग्राम करवाया जाता है जिसमे ग्राफ़िक डिजाईन से एक business को क्या फायदा हो सकता है और कैसे एक ब्रांड को उसका उपयोग करके बढ़ाया जाता है ये सिखाया जाता है|
MBA in Graphic Design क्यों करें?
MBA in Graphic Design क्यों करें?
यह कोर्स छात्रों को सिखाता है कि कैसे डिज़ाइन का उपयोग कर व्यापार को आगे बढ़ाया जा सकता है। सिर्फ अच्छा डिज़ाइन बनाना ही नहीं, बल्कि यह भी जानना कि वह डिज़ाइन किस प्रकार से ब्रांड की छवि बना सकता है।
डिजिटल मार्केटिंग, UI/UX, ऐड एजेंसियां और स्टार्टअप्स जैसी जगहों पर ऐसे पेशेवरों की भारी मांग है जो डिज़ाइन को बिजनेस से जोड़ सकें।
यह डिग्री आपको क्रिएटिव डायरेक्टर, ब्रांड मैनेजर, डिज़ाइन कंसल्टेंट, और आर्ट डायरेक्टर जैसी भूमिकाओं के लिए तैयार करती है।
यह एक ऐसी स्किल है, जो ब्रांडेड कंपनी नही माँग रही है, यूँ कहे तो यह डिग्री स्टूडेंट के लिए रामबाण डिग्री सबित हो रही है, इसका कहर हर क्षेत्र मे फैलता जा रहा है|
Syllabus में क्या-क्या शामिल होता है?
- ब्रांडिंग और आइडेंटिटी डिज़ाइन
- डिजिटल मार्केटिंग
- प्रोजेक्ट मैनेजमेंट
- यूजर एक्सपीरियंस (UX) और यूजर इंटरफेस (UI)
- कम्युनिकेशन स्ट्रेटेजी
- विज़ुअल स्टोरीटेलिंग
- मीडिया मैनेजमेंट
- मार्केटिंग एनालिटिक्स
यह कोर्स छात्रों को डिजाइन सॉफ्टवेयर जैसे Adobe Photoshop, Illustrator, After Effects,Canva आदि में भी दक्ष बनाता है।
- वे छात्र जो पहले से ग्राफिक डिज़ाइन में डिप्लोमा या डिग्री कर चुके हैं और अब बिजनेस स्किल्स भी सीखना चाहते हैं।
- वे लोग जो खुद का डिज़ाइन स्टूडियो शुरू करना चाहते हैं।
- वे युवा जो क्रिएटिव इंडस्ट्री में लीडरशिप और मैनेजमेंट की भूमिका निभाना चाहते हैं।
MBA in Graphic Design के बाद आपके लिए कई करियर विकल्प खुल जाते हैं, जैसे:
- Creative Director
- Art Director
- Brand Manager
- UI/UX Strategist
- Marketing Consultant (Creative domain)
- Design Thinking Facilitator
- Entrepreneur (Creative Agency या Freelance Studio)
इसके अलावा, आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी काम करने के लिए योग्य बन जाते हैं क्योंकि डिज़ाइन और ब्रांडिंग की मांग ग्लोबल है।
भारत में कहां से करें MBA in Graphic Design?
भारत में अभी यह कोर्स कुछ चुनिंदा संस्थानों में ही उपलब्ध है, लेकिन मांग बढ़ने के कारण कई संस्थान इसे शुरू कर रहे हैं। कुछ प्रमुख संस्थान:
- NID (National Institute of Design) – डिज़ाइन के साथ मैनेजमेंट कोर्सेस
- MIT Institute of Design, Pune
- Pearl Academy, Delhi/Mumbai
- ISDI – Parsons Mumbai
- और अन्य प्राइवेट यूनिवर्सिटीज जो डिज़ाइन और मैनेजमेंट का कॉम्बिनेशन देती हैं।
- और आप online भी ग्राफ़िक डिज़ाइन का कोर्स भी कर सकते है| EX. God of graphic design institute.
Ideal advice
दुनिया तेजी से डिजिटल हो रही है और हर ब्रांड को एक अनोखी पहचान चाहिए। ऐसे में जो लोग ग्राफिक डिज़ाइन की गहराई के साथ-साथ मैनेजमेंट की समझ रखते हैं, वे न केवल अपनी पहचान बना सकते हैं बल्कि नए अवसर भी पैदा कर सकते हैं। MBA in Graphic Design एक ऐसा ही कोर्स है जो रचनात्मकता और व्यावसायिकता का एक पुल बनाता है। यदि आप एक क्रिएटिव सोच के साथ नेतृत्व की आकांक्षा रखते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए एक आदर्श विकल्प हो सकता है।